Please Enter Your Email ID
डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। मुंगेर प्रखंड के बांक पंचायत में रेजांगला दिवस पर रेजांगला के वीर जवानों को याद करते हुए श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता राजकीय सम्मान से सम्मानित शिक्षक कैलाश प्रसाद यादव ने किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने सर्वप्रथम रेजांगला के वीरों को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनको श्रद्धांजलि दिया इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश के अति दुर्गम बर्फीले पहाड़ों की चोटी पर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए 18 नवंबर 1962 में 120 भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की आहुति देते हुए लगभग 1000 से अधिक चीनी सैनिकों को मार गिराया था। इस में लगभग 114 अहीर यादव सैनिक ने अपनी जान की आहुति दिया इसीलिए इस दिवस को” यादव शौर्य दिवस” के रूप में भी मनाया जाता है। इस बलिदान दिवस का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है कि कश्मीर के सबसे ठंडा लद्दाख की त्रिशूल घाटी बर्फ से ढकी रहने एवं सीमित संसाधनों के बावजूद भारतीय सैनिकों ने चीन के सैनिकों को भारत की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया और अपनी सीमाओं की रक्षा करते हुए 16000 फुट की ऊंचाई पर भी चीनी सैनिकों के हजारों सैनिकों को मौत के घाट उतारते हुए सीमा से पीछे धकेलना का काम किया। इस इस सैन्य कार्रवाई का नेतृत्व मेजर जनरल शैतान सिंह यादव ने किया था इसके कारण ही मेजर जनरल शैतान सिंह को परमवीर चक्र से भी सम्मानित किया गया बाद में इस सैनिक टुकड़ी को पांच वीर चक्र और चार सेना पदक से सम्मानित किया गया था।इस इस सैनिक टुकरी के जिंदा बचे कैप्टन रामचंद्र यादव ने आंखों देखी हालात का बयान करते हुए बताया था कि भारतीय सैनिकों का जब गोला बारूद खत्म हो गया तो सभी ने निर्णय लिया कि चाहे जितनी भी कुर्बानी देना पड़े लेकिन दुश्मन सैनिक को भारतीय सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा उसके बाद सभी निहत्थे जवानों ने युद्ध जारी रखते हुए चीनी सैनिकों को मारा ही नहीं बल्कि भारतीय सीमाओं में प्रवेश करने तक नहीं दिया।अवसर पर शिशिर कुमार लालु,दिनेश कुमार,मनीष कुमार ने संयुक्त रूप से भारत सरकार से मांग किया जल्द से जल्द अहिर रेजिमेंट की स्थापना किया जाए।इस अवसर पर रंजित कुमार मनोज कुमार,जितेंदर कुमार,गोरख यादव,पुर्व सैनिक मुकेश सक्सेना,भोला यादव,शैखर यादव,रामप्रवेश कुमार,अमित कुमार,पुनम यादव,भुपेन्दर यादव,विपीन यादव,विनित कुमार,प्रिंस कुमार,रूस्तम,दिवाकर सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।