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डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को प्रमंडल के सभी जिला नियोजन पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, डीआरसीसी प्रबंधक, जिला स्किल प्रबंधक, डीपीएम जीविका के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रमंडल के सभी जिलों में कौशल विकास संवर्द्धन एवं रोजगार सृजन की दिशा में किए जा रहे कार्यो की माॅनिटरिंग की जानकारी ली गयी। साथ ही डीआरसीसी द्वारा चलाए जा रहे कौशल युवा कार्यक्रम, जीविका द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में चलाए जा रहे रोजगार सृजन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा उससे होने वाले लाभ की जानकारी ली गयी। आयुक्त ने बताया कि श्रम संसाधन विभाग के निर्देश के आलोक में सभी जिलों में कौशल विकास एवं रोजगार सृजन के संदर्भ में जिला स्तर पर संबंधित विभागों द्वारा किए जा रहे पहल एवं माॅनिटरिंग के आलोक में ही यह बैठक बुलायी गयी है। उन्होंने प्रमंडल के सभी जिला स्किल प्रबंधक को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि आपके द्वारा जो कार्य अथवा कार्यो की माॅनिटरिंग की जा रही है, वह असंतोषजनक है। उन्होंने सभी जिला स्किल प्रबंधक से जानकारी ली कि डोमेन स्किल डेवलपमेंट हेतु आपके स्तर से क्या प्रयास किए गए हैं। उनके स्तर से व्यक्तिगत रूप में पहल के उपरांत कितने व्यक्तियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाया गया और उनमें से कितनों को रोजगार प्राप्त हुआ। आयुक्त ने कहा कि यह आपकी व्यक्तिगत जवाबदेही है और पाक्षिक रूप से इस संदर्भ में प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि यदि आपका कार्य संतोषजनक नहीं पाया जाएगा तो आपके विरूद्ध विभाग को रिप्लेस करने हेतु प्रतिवेदित किया जाएगा।
सभी डीपीएम जीविका से भी जानकारी ली गयी कि उनके स्तर से कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण कराने एवं रोजगार दिलाने की दिशा में क्या कार्रवाई की गयी। सभी डीपीएम जीविका को निदेश दिया गया कि कौशल विकास की विभिन्न विधाओं में रोजगार सृजन के मद्देनजर प्रशिक्षण कराएं, सीमित दायरे से बाहर जाकर भी अन्य विधाओं में कौशल विकास की संभावनाओं हेतु पहल करें। प्रबंधक डीआरसीसी को निर्देश दिया गया कि सात निश्चय के अंतर्गत आर्थिक हाल युवाओं को बल के तहत तीनों योजनाओं की प्रगति पर फोकस करें। कुशल युवा कार्यक्रम के केंद्र संचालकों को अधिक लक्ष्य प्रदान करें। उन्होंने निर्देश दिया कि निजी एवं सरकारी सभी आईटीआई के छात्रों का अनिवार्य रूप से कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत निबंधन कराना सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी आईटीआई संचालकों के साथ बैठक कर लें। आयुक्त ने सभी डीआरसीसी प्रबंधकों को अपनी रैकिंग में सुधार लाने का निर्देश दिया।