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मां नेक होगी तभी बेटा शैख अब्दुल कादिर जीलानी जैसा होगा – उलमा – Rapti News Channel

मां नेक होगी तभी बेटा शैख अब्दुल कादिर जीलानी जैसा होगा – उलमा

तकिया कवलदह रसूलपुर में जलसा-ए-ग़ौसुलवरा।

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

हज़रत शैख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां ऐसे अल्लाह के वली हैं कि जिनका डंका कयामत तक बजता रहेगा। शैख अब्दुल कादिर की करामात किसी से छिपी नहीं है। अल्लाह पाक ने उन्हें इतनी ताकत बख्शी है कि वह दुनिया में हर परेशान हाल की परेशानी को दूर करते हैं।
यह बातें मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने बतौर मुख्य अतिथि शाही जामा मस्जिद तकिया कवलदह रसूलपुर में चिश्तिया नौजवान कमेटी की ओर से आयोजित जलसा-ए-गौसुलवरा‌ में कहीं।
उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वह सामाजिक कल्याण और सामूहिक विकास के लिए आगे आएं और वैश्विक शांति की स्थापना के लिए भारत को सबसे आगे खड़ा करने में सफल सहयोग दें। उन्होंने भारत को इस्लामिक शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए सबसे उपयुक्त भूमि बताते हुए कहा कि भारतीय उलमा किराम ने अधिक संख्या में इस्लामी पुस्तकें लिखी हैं और वह तक़रीबन इस्लाम की सही शिक्षाओं पर आधारित हैं जो तौहीद, शांति, सह अस्तित्व और प्रेम का संदेश देती हैं।
विशिष्ट अतिथि नायब काजी मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी ने कहा कि शैख अब्दुल कादिर का बहुत बुलंद मर्तबा है। मां के पेट में ही उन्होंने क़ुरआन-ए-पाक को कंठस्थ कर लिया था। मां जब कुरआन की तिलावत करती, तो उसे सुनकर वो याद कर लिया करते थे। जब मां नेक होगी तभी बेटा शैख अब्दुल कादिर जैसा होगा। शैख अब्दुल कादिर पैदाइशी वली हैं। वो सारे वलियों के सरदार हैं और उन्होंने खुद कहा है कि मेरा कदम तमाम वलियों की गर्दन पर है इसीलिए आला हजरत इमाम अहमद रजा खां अलैहिर्रहमां फरमाते हैं ये दिल ये जिगर है, ये आंखे ये सर है जहां चाहो रख दो कदम गौसे आजम। एक बार बादशाहे वक्त ने शैख अब्दुल कादिर को अशरफियों की थैली नजराने में पेश की तो शैख ने उस थैली को मुट्ठी में लेकर दबाया तो उसमें से खून टपकने लगा और कहा कि तुम रियाया का खून चूस कर मुझे नजराना पेश कर रहे हो। उन्होंने बादशाह को रियाया के साथ अदलो इंसाफ के साथ पेश आने का हुक्म दिया।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर दुनिया में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। जलसे में हाफिज आफताब आलम, अफजाल अहमद खान, अशफाक अहमद, अबरार अहमद, अब्दुल रहमान, जीशान अहमद, इलियास अहमद खान, बशीर अहमद, सैयद मोहसिन, हाफिज आरिफ रजा, तामीर अजीजी, कासिद रजा इस्माइली, मो. दारैन, सैयद नदीम अहमद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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